बलरामपुर – छत्तीसगढ़ कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के बैनर तले तहसीलदार नायब तहसीलदारों का प्रतिनिधि मंडल तीन दिवसीय प्रदेश स्तरीय धरना प्रदर्शन में शामिल है। तहसीलदार,नायब तहसीलदारों के प्रतिनिधि मंडल अपनी 17 सूत्रीये मांगों को लेकर आज से धरना प्रदर्शन में चले गए है।जिसकी वजह से जिले में 12 तहसील कार्यालय है जहां पर पदस्थ 18 तहसीलदार,नायब तहसीलदार आज से तीन दिवसीय धरना प्रदर्शन में शामिल हो रहे हैं। तहसील कार्यालय में आने वाले पक्षकार आय जाति निवास जैसे तमाम कामों के लिए लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। 28 जुलाई को जिला स्तर 29 जुलाई को संभाग स्तर एवं 30 जुलाई को प्रांत स्तर पर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। संघ पदाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताएं कि उनकी 17 सूत्रीय मांग है.. जिसमें उन्होंने प्रमुख मांगों में सेटअप के अनुसार पदस्थापना, तहसीलदार से डिप्टी कलेक्टर के पद पर पदोन्नति की प्रक्रिया 50-50 पूर्व की भांति करने, नायब तहसीलदार पद को राजपत्रित करने, ग्रेड पे में शीघ्र सुधार, शासकीय वाहन की उपलब्धता, निलंबन से बहाली बिना वेद प्रक्रिया नियमित आदेश या अभियोजन कार्यवाही से प्रभावित तहसीलदारों नायक तहसीलदारों को 15 दिवस में जांच पूर्ण कर बहाल किया जाए, न्यायालय में प्रकरणों में आदेशों का पालन, न्यायालय आदेशों पर फिर नहीं, बिना साक्षर न्यायालय की अनुमति के पारित आदेशों के विरुद्ध fir या मीडिया ट्रायल ना हो न्यायाधीश संरक्षण अधिनियम के तहत स्पष्ट निर्देश जारी हो। न्यायालय में उपस्थिति हेतु व्यवस्था न्यायालय कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित करने हेतु प्रोटोकॉल ड्यूटी से पृथक व्यवस्था की जाए, मानदेय भुगतान एवं नियुक्ति आउटसोर्सिंग के माध्यम से स्टाफ की नियुक्ति हेतु तहसीलदार को अधिकृत किया जाए, प्रशिक्षित ऑपरेटर की नियुक्ति व्यक्तिगत मोबाइल नंबर की गोपनीयता सुरक्षाकर्मी संघ की मान्यता विशेषज्ञ कमेटी की गठन सहित कुल 17 मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं उन्होंने अभी कहा कि अगर उनकी मांगों पर विचार नहीं किया जाता है तो प्रदेश लेवल पर जो भी निर्णय लिया जाएगा उसके आधार पर आगे की रणनीति तय की जाएगी।