अम्बिकापुर- छत्तीसगढ़ में आईपीएस रतन लाल डांगी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला को लेकर कई बड़े खुलासे सामने आए हैं। ब्राह्मण परिवार में जन्मी महिला नें एससी समुदाय के युवक से शादी की और बार बार अपने एससी होने का फायदा उठाया। वाह महिला नाबालिग होने के दौरान अपने पिता पर भी रेप का आरोप लगा चुकी है। यही नहीं अपने जीजा पर भी एट्रोसिटी एक्ट और छेड़छाड़ की फर्ज़ी रिपोर्ट कर चुकी है। यह बातें महिला की सगी बहन और जीजा ने एक मीडिया चैनल से चर्चा के दौरान बताईं हैं। परिजनों का कहना है कि आरोप लगाने वाली महिला का चाल चलन ठीक नहीं है और वह कई बार घर से बिना बताए भाग चुकी है।
इस मामले में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि महिला के आरोपों के अनुसार आईजी डांगी उसका यौन शोषण लगातार 7 सालों से कर रहे थे लेकिन महिला ने डीजीपी को इस बात की शिकायत ठीक उस वक्त क्यों कि जब डांगी में अपना शिकायती पत्र डीजीपी को भेजा। रायपुर कमिश्नरी बनने के बाद कमिश्नर की रेस में सबसे आगे चल रहे डांगी स्वच्छ छवि के तेज तर्रार आईपीएस माने जाते हैं। ऐसे में इस बात से पूरी तरह से इंकार नहीं किया जा सकता कि कहीं आईजी डांगी ऑफ़िस पॉलिटिक्स के शिकार तो नहीं हो गए।
पीड़ित महिला को लेकर रोज़ नए नए खुलासों से इस बात का अंदेशा होता है कि कहीं महिला किसी का मोहरा बन कर आईजी डांगी की छवि धूमिल करने का प्रयास तो नहीं कर रही। एक सवाल आईजी डांगी को लेकर भी उठता है कि वह इतने ओहदेदार पद पर पुलिस जैसे विभाग में रहते हुए महिला का शिकार कैसे बनते रहे। ऐसे अधिकारी जो ख़ुद की सुरक्षा करने में फेल साबित हो रहे हैं, वह नागरिक अधिकारों की सुरक्षा के क़ाबिल हैं या नहीं। मामले में जाँच शुरू हो चुकी है और जल्द इस पर पटाक्षेप की उम्मीद जताई जा रही है। जाँच पूरी होने तक इस मामले में और भी नए मोड़ सामने आ सकते हैं।